ये देश है वीर जवानों का
हो
ये देश है वीर जवानों का, अलबेलों का, मस्तानों काइस देश का यारों
इस देश का यारों क्या कहना, ये देश है दुनिया का गहना. . .
हो
यहां चौड़ी छाती वीरों की
यहां भोली शक्लें हीरो की
यहां गाते हैं रांझे
यहां गाते हैं रांझे मस्ती में, मस्ती है झूमें बस्ती में. . .
हो
पेड़ों पे बहारे झूलों की
राहों में कतारें फूलों की
यहां हस्ता है सावन
यहां हस्त है सावन बालों में, खिलती है कलियाँ गालों में. . .
हो
कहीं दंगल शोख-जवानों के
कहीं करतब तीर-कमानों के
यहां नित-नित मेलें
ओ यहां नित-नित मेलें सजते हैं, नित ढोल और ताशे बजते हैं. . .
हो
दिलबर के लिए दिलदार हैं हम
दुश्मन के लिए तलवार हैं हम
मैदान में अगर हम
मैदान में अगर हम डट जाएं, मुश्किल है कि पीछे हट जाएं. . .
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें